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BE,BTec.के लिए गणित,और फिज़िक्स जरूरी नही,अन्य स्ट्रीम से भी होगी इंजीनियरिंग,AICTE का रोलबैक 24 घण्टे में पढ़ें@हिलवार्ता
एक दिन पहले अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने इंजीनियरिंग के लिए गणित भौतिकी और रसायन विज्ञान की अनिवार्यता खत्म करने की बात कही । और 24 घण्टे बाद ही अपने निर्णय से रोलबैक भी कर लिया है आइए AICTE के क्या कहा पढ़ते हैं ..
फिजिक्स, मेथ्स ,केमिस्ट्री के बिना भी अब इंजीनियरिंग हो सकती है । जी हां यह गॉसिप नही हकीकत बनने जा रहा है । AICTE (अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने 2021-2022 से पहले के नियम को बदलकर इन तीन विषयों की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया है । यानी मैथ्स फिजिक्स अब वैकल्पिक विषय के तौर पर गिने जाएंगे । अब अगर आप अन्य स्ट्रीम के विद्यार्थी हैं तो भी आपके इंजीनियरिंग करने के रास्ते खुले हैं ।
इस बदलाव को लेकर AICTE ने कहा है कि यह निर्णय विविध प्रष्ठभूमि से इंजीनियरिंग के लिए इच्छुक छात्रों को राहत देने के लिए किया गया है । परिषद ने नियमो में संशोधन करते हुए बारहवीं कक्षा में गणित,भौतिक विज्ञान,रसायन शास्त्र,कम्प्यूटर साइंस,इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी, तकनीकी व्यवसायिक विषय,इंजीनियरिंग ग्राफिक्स,व्यवसायिक अध्ययन, एंटरप्रेन्योरशिप विषयों कुल 14 विषयों को इसमे शामिल किया है ।इसका मतलब हुआ कि अगर बारहवीं में इन 14 विषयों में कोई भी तीन विषय मे अगर आपने पढ़ाई की है तो आप इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए पात्र हैं ।
दरसल अभी तक की इंजीनियरिंग( BE/B. Tec.) करने के लिए अनिवार्य विषय मैथ्स,और फिजिक्स विषय की अनिवार्यता थी जो अब समाप्त हो जाएगी । यानी अब इंटरमीडिएट में जीवविज्ञान विषय पढ़ रहे छात्र के पास भी इन 14 विषयो में कोई तीन विषयों के कॉम्बिनेशन से इंजीनियरिंग के लिए रास्ता खुल जायेगा ।
AICTE के अनुसार आरक्षित श्रेणी में बारहवीं में 40 प्रतिशत अंक और अनारक्षित श्रेणी के छात्रों के लिए 45 अंकों की जरूरत होगी ।हालांकि आज कुछ समाचार साइट्स ने परिषद के इस निर्णय को वापस (रोलबैक) कर दिया बताया गया है । परिषद के चेयरमैन ने स्पष्ट किया है कि नई शिक्षा नीति के मसौदे में यह कवायद अभी नही बल्कि आगे की नीति का हिस्सा हो सकता है ।
हिलवार्ता न्यूज डेस्क