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अल्मोड़ा निवासी एनसीईआरटी के पब्लिकेशन डायरेक्टर प्रोफेसर का कोरोना से निधन खबर@हिलवार्ता
कोरोना की रफ्तार बढ़ती ही जा रही है रोज नए आंकड़े लाखों में आ रहे हैं । भारत मे एक हप्ते में ही 10 लाख से ऊपर संक्रमित मिले हैं जिनमे से सैकड़ों लोग अपनी जान गवां बैठे हैं । नेता अभिनेता आम आदमी सभी इसकी जद में हैं । प्रतिदिन कोई न कोई परिचित इस आपदा से जूझ रहा है । और कई इस संघर्ष में असफल हो रहे हैं ।
आज जाने माने शिक्षाविद व इतिहासकार डा. शिराज अनवर का निधन की खबर आई । दिल्ली में इलाज के दौरान जाने माने शिक्षाविद व इतिहासकार तथा एनसीईआरटी के पब्लिकेशन डायरेक्टर प्रोफेसर सिराज अनवर का निधन हो गया है।
वह कोरोना संक्रमण के चलते नई दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। बुधवार की मध्यरात्रि उनका निधन हो गया।
मूल रूप से अल्मोड़ा के नृसिंहबाड़ी निवासी प्रोफेसर सिराज अनवर 58 वर्ष के थे। वह पूर्व तहसीलदार हाजी अब्दुल शकूर के पुत्र थे। अलीगढ़ मुस्लिम विवि से उच्च शिक्षा हासिल करने पश्चात वह एनसीईआरटी में उन्होंने सेवा शुरू की। वर्तमान में वह एनसीईआरटी के पब्लिकेशन डायरेक्टर थे।
डॉ सिराज शिक्षा के साथ साथ सामाजिक कार्यों में मदद के लिए जाने जाते थे पिछले साल कोरोना संक्रमण के दौरान कई लोगों की आर्थिक और खाद्यान्न से सहायता की थी ।
अमन ट्रस्ट के प्रमुख ट्रस्टी रघु तिवारी ने कहा कि डा. सिराज अमन संस्था के संस्थापक सदस्यों में थे। पिछले 45 साल से वह सामाजिक कार्यों और शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डा. सिराज के निधन से शिक्षा और सामाजिक क्षेत्र को अपूरनीय क्षति हुई है। यह कमी कभी पूरी नहीं हो सकती है।
पालिकाध्यक्ष प्रकाश जोशी ने भी सिराज अनवर के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि सिराज सरोकारों से जुड़े व्यक्ति थे उनके सामाजिक और शिक्षा के क्षेत्र में दिए गए योगदान को समाज कभी नहीं भुला पाएगा।
अल्मोड़ा के उनके , सहयोगी साथीयो डॉ नीलिमा ,पुष्कर बिष्ट सहित शिक्षा जगत से डा. सिराज अनवर के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
हिलवार्ता न्यूज डेस्क