Uncategorized
Plasma therapy कोरोना से मरीज की मौत रोकने में कारगर नहीं.ICMR की ताजा स्टडी.पढ़ें@हिलवार्ता
अभी अभी भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने एक ताजा स्टडी के बाद बताया है कि plasma therapy कोरोना से मरीज की मौत रोकने में कारगर नहीं है ।
इसका मतलब हुआ कि corona से लड़ाई में plasma थेरेपी जिसे एक उम्मीद की किरण के तौर पर देखा जा रहा था स्टडी के बाद इस पर विराम लग जायेगा । इधर पूरे देश मे पहले दिल्ली सरकार उसके बाद सभी उत्तराखंड सहित कई राज्यो ने इसे महत्वपूर्ण मानकर plasma therepy से इलाज शुरू कर दिया था ।
इधर aiims ऋषिकेश और शुशीला तिवारी मेडिकल कालेज में इस थेरेपी के शुरू होने से उम्मीद जगी थी । दो दर्जन से अधिक कोरोना पोसिटिव मरीज plasma डोनेट भी कर चुके हैं । जिलाधिकारी नैनीताल ने plasma बैंक की घोषण और इस हेतु बजट भी आबंटित कर दिया गया था । आज आई आईसीएमआर की स्टडी के बाद इस सारी कवायद पर ग्रहण लग गया है ।
आज आईसीएमआर ने बताया है कि उसके कार्यबल द्वारा 22 अप्रैल से 14 जुलाई तक 39 निजी और सरकारी अस्पतालों में पीएलसीआईडी ट्रायल किया जिसमें 464 मरीजों को शामिल किया गया था । ज्ञात रहे कि plasma therepy की मंजूरी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 27 जून को दी गई थी ।
आज आइसीएमआर ने अपनी स्टडी के बाद कहा है कि plasma थेरेपी कोविड 19 के गंभीर मरीजों के लिए कोई कारगर उपाय नहीं है । संस्थान का मानना है कि उक्त थेरेपी को चीन और नीदरलैंड ने पहले परीक्षण के बाद उचित परिणाम न आने पर रोक दिया है ।
इसका मतलब हुआ कि plasma थेरेपी से जगी आश भी जाती रही है । अब आवश्यकत है खुद को इस वायरस से बचाने की । जोकि कोविड 19 से बचने की गाइडलाइन में समाहित है ।
हिलवार्ता न्यूज डेस्क