Uncategorized
Covid19की दूसरी लहर के बीच,ब्लैक फंगस का डर,पूरी खबर@हिलवार्ता
कोविड 19 की मार झेल रहे भारत मे ब्लैक फंगस की आगाज ने स्थिति और चिंताजनक बना दी है । राजस्थान कर्नाटक विहार उत्तराखंड दिल्ली हरियाणा सहित कई राज्यों में ब्लैक फंगस के मामले सामने आने के बाद सरकारें और डॉक्टर्स अलर्ट हो गए हैं । कई जगह कोविड 19 से संक्रमित मरीज इसकी चपेट में आने से मुश्किलें बढ़ रही हैं ।
दिल्ली के सर गंगा राम हास्पिटल में ही अकेले 40 मरीज black fungus से जूझ रहे हैं महाराष्ट्र में अब तक 90 लोगों की मौत इस फंगस की वजह हो गई है जबकि कर्नाटक में 100 से ज्यादा ।
एक्सपर्ट के मुताबिक ब्लैक फंगस उन लोगों को अपना शिकार बना रहा है जिनमे किसी तरह की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है । कोविड 19 कि मारक क्षमता की तुलना में यह 50 प्रतिशत जानलेवा है ।
डॉक्टर्स के अनुसार यह मिट्टी हवा गन्दगी, सड़े गले खाद्य सामग्री कहीं भी रह सकता है लिहाजा साफ सफाई का विशेष ध्यान जरुरी है । साथ ही गार्डनिंग करते हुए,कंस्ट्रक्शन साइट्स,लीकेज ड्रेनेज के पास ग्लव्स मास्क पहनकर ही जाना उचित कहा गया है ।
एम्स दिल्ली में ही कई मामले सामने आए हैं बताया जा रहा है कि कोविड से ठीक हो गए मरीज जिनकी इममुनिटी किसी कारण ठीक नही है इसका संक्रमण झेल रहे हैं।
राजस्थान सरकार ने ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया है हरियाण पंजाब कर्नाटक,उत्तराखंड सहित कई राज्यों में बीमारी को लेकर सतर्कता बरतने के आदेश जारी हुए हैं ।
हालिया कई मरीजों में इसकी पुष्टि के बाद इसकी दवा की शार्टेज हो गई है । रेमडीसीवीर की तरह उत्तराखंड सरकार ने इसे नोडल अफसर के माध्यम से ही मिलने और केवल अस्पतालों द्वारा इसकी दवा वितरण की व्यवस्था बनाई जा रही है । यहां तक कि इसकी दवा के उपयोग के बाद खाली शीशियों को वापस मांगा जा रहा है ।
ब्लैक फंगस फेफड़ों को संक्रमित कर रहा है जिसकी वजह भी कई मरीजों की मृत्यु हो चुकी है ,जबकि कई मरीजों की रोशनी चली गई है । ब्लैक फंगस दिमाग को भी अपनी चपेट में लेकर जानलेवा होने की खबरें आ रही है ।
कोविड 19 की वजह कई तरह आर्थिक सामाजिक और शारीरिक दिक्कते आम आदमी झेल रहा है । आसपास हो रही मौतों की वजह डर और तनाव होना लाजमी है । इसकी वजह ठीक से खाना पीना उठना सोना नहीं होने की वजह हमारी इम्युनिटी पर फर्क पड़ रहा है । इस दोहरी मार को नियंत्रित करने के उपाय युद्ध स्तर पर करने होंगे अन्यथा बड़ी आबादी इसकी चपेट में आ सकती है ।
हिलवार्ता न्यूज डेस्क