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उत्तराखंड : 18 जुलाई 2020 में शहीद हुए जवान के परिजनों को एक साल बाद भी नहीं मिल पाई आर्थिक सहायता,आइये सुनते हैं परिजनों की पीड़ा,@हिलवार्ता
एक साल पहले शहीद हुए किच्छा के गौरीकलां निवासी जवान देव बहादुर के परिजन एक साल बाद भी सरकारी मदद की बाट जोह रहे हैं । ज्ञात रहे कि किच्छा उधम सिंह नगर निवासी 24 वर्षीय जवान की जम्मू कश्मीर में लैंडमाइन पर पैर पड़ने से मौत हो गई थी ।
घटना पिछले साल की है जब लद्दाख बार्डर में 18 जुलाई 2020 में गश्त के दौरान देव बहादुर थापा पुत्र शेर बहादुर ग्राम गौरी कलां किच्छा उधमसिंह नगर का पांव आतंकवादियों द्वारा बिछाए गए डायनामाईट पर पड़ गया । 24 वर्ष की युवा अवस्था मे देव बहादुर शहीद हो गए ।
शहीद के परिजन मीडिया से बात करते हुए । साक्षात्कार साभार
शहीद की शहादत के बाद सूबे की भाजपा सरकार ने परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद 2 लाख रुपये घर निर्माण हेतु देने की घोषणा की थी । साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा तत्कलीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार द्वारा की गई थी ।
कांग्रेस प्रवक्ता पूर्व दर्जाधारी मंत्री गणेश उपाध्याय ने एक साल बाद भी सरकार द्वारा घोषणा पर अमल नहीं होने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है । उपाध्याय ने बताया कि वह खुद विगत दिवस शहीद के परिजनों से मिले और बातचीत की । उन्होंने कहा कि भाजपा शहीदों के नाम पर राजनीति के शिवा कुछ करती नहीं है । एक साल से परिजन अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं कोई सुध नहीं ली जा रही है । कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि एक ओर भाजपा शहीद सम्मान यात्रा निकाल रही है साथ ही सैन्य धाम निर्माण करवा रही है । लेकिन शहादत देने वाले परिवार से किया गया वादा भूल जाती है ।
कांग्रेस प्रवक्ता गणेश उपाध्याय शहीद देव सिंह के परिजनों के साथ
उपाध्याय ने परिजनों की आपबीती सुनकर सरकार से मांग की है कि अवलंब शहीद परिवार को घोषित राशि उपलब्ध कराई जाए । इधर परिजनों ने बताया है कि कई बार सैनिक कल्याण आफिस के चक्कर काटकर थक गए हैं अधिकारी कभी फाइल देहरादून तो कभी जिलाधिकारी के पास बताते हैं जहां भी वह गए उन्हें दूसरी जगह फाइल बताकर टाल दिया जा रहा है ।
परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है एक साल बाद भी सरकार की घोषणा पर अमल नहीं होने से सवाल खड़े होना लाजिमी है ।
हिलवार्ता न्यूज डेस्क