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आई आई टी रुड़की आवास खाली करवाने के आदेश से नाराज कुमायूँ विश्वविद्यालय के कुलपति ने की इस्तीफे की पेशकश, राज्यपाल को सौंपा पत्र. आगे पढ़िए
कुमायूं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डीके नौरियाल ने उत्तराखंड की राज्यपाल सुश्री बेबी रानी मौर्य को पत्र लिखकर इस्तीफे की पेशकश की है प्रो नौरियाल आई आई टी रुड़की में सेवारत रहे हैं दो साल पहले उन्हें कुमायूँ विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया गया.
दरसल आई आई टी रुड़की में प्रोफेसर नौरियाल को जो आवास मिला है उस पर से उन्हें आई आई टी प्रशासन हटाना चाहता है कुलपति चाहते हैं कि उनको आई आई टी रुड़की, कुमायूँ विश्वविद्यालय के वीसी का कार्यकाल खत्म होने तक उस आवास से न हटाये ,मामला राज्यपाल महोदया तक पहुचा लेकिन आई आई टी प्रशासन ने उनकी भी नहीं मानी.
देहरादून गए कुलपति ने फ़ोन पर बताया कि उनका पूरे सेवाकाल का घरेलू सामान सब उसी आवास में है अगर उन्हें वहां से हटा कर बाहर कहीं शिफ्ट भी किया जाय तो 10 माह बाद उन्हें अपने पूर्व के पद पर रुड़की ही जाना होगा तब उन्हें आवास की दिक्कत होगी इसलिये उन्होंने इस्तीफे की पेशकश की है प्रोफेसर नौरियाल ने कहा कि उनकी आई आई टी रुड़की में 2022 तक सेवाएं हैं इसलिए उनके लिए आवास का मसला हल होना जरूरी है .
कुलपति का कुमायूं विश्वविद्यालय में 10 माह का कार्यकाल बचा है यही कारण है कि उनको 10 माह बाद आई आई टी में मिले आवास के इतर कोई अन्य आवास आबंटित भी हो तो वह उनके पद के अनुरूप होगा कि नहीं यह भी संसय प्रोफेसर नौरियाल को बना हुआ है अब राज्यपाल उनके इस्तीफे पर क्या प्रतिक्रिया देती है देखना होगा.
प्रो नौरियाल ने बताया कि इस बाबत राज्यपाल महोदया भी आई आई टी रुड़की को पत्र लिख चुकी हैं लेकिन आई आई टी नहीं मानी अब दुबारा राजभवन आई आई टी और प्रो नौरियाल के बीच आवास का मसला हल कर पाती है या नौरियाल का इस्तीफा स्वीकार करती है इस मसले पर हमारी नजर बनी हुई है.
हिलवार्ता न्यूज डेस्क
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