राष्ट्रीय
आध्यात्मिक गुरु पायलट बाबा नैनीताल में गिरफ्तार धोखाधड़ी का था मामला, आगे पढ़िए क्या हुआ …..
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जिनके पीछे लाखों भक्तों का रेला हो ,जो भक्तों को क्रोध लोभ मोह का पाठ पढ़ाते, शिष्य उनकी हर बात जीवन मे उतार सब कुछ प्राप्त हो जाने के लिए देश के कोने कोने से बाबा की शरण मे आते थे आज उनके लिए झटका है उनके गुरु भी अन्य कई गुरुवों की तरह न्याय की गुहार लगाने न्याय की देवी के दर पर थे लेकिन उनका गुनाह उन्हें सलाखों तक ले आया आइये क्या हुआ पढ़ते हैं ।
उत्तराखंड उच्च न्यायालय में गिरफ्तारी से छूट मांग रहे पायलट बाबा को कोर्ट के आदेश के बाद सत्र न्यालालय आना पड़ा वहीं सुनवाई के दौरान गिरफ्तारी से बचने की आस लगाए आध्यात्मिक गुरु को न्याय के मंदिर में सरेंडर करना पड़ा । हाई कोर्ट के निर्देश के बाद नैनीताल की न्यायिक दंडाधिकारी की कोर्ट में पेश हुए लेकिन अपनी बात सही से साबित न कर सके बाबा इग्यारह साल पहले के एक धोखाधड़ी के मामले में फसे हैं उन्होंने आत्मसमर्पण किया है ,जमानत खारिज होने के बाद उनको हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया है ।
बाबा की सत्र और न्यायिक दंडाधिकारी दोनो जगह जमानत याचिका निरस्त हो गई थी न्यायिक और जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में भी जमानत याचिका दाखिल की लेकिन बाबा करीब 11 हजार लोगों से करोड़ों की धोखाधड़ी के चलते जमानत नही ले पाए।
शासकीय अधिवक्ता सुशील कुमार शर्मा ने न्यायालय में बाबा के खिलाफ उप्लब्ध साक्ष्यों के आधार पर जिरह करते हुए जमानत का विरोध किया और कोर्ट को बताया कि नवंबर 2008 को बाबा के खिलाफ डा. हरीश पाल पुत्र श्री मुरारी लाल, जो गौजाजाली हल्द्वानी निवासी हैं द्वारा पुलिस चौकी ज्योलिकोट नैनीताल में हिमांशु रॉय, के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई कि बाबा के आश्रम जो कि गेठिया नैनीताल में स्थित है से संचालित आईकावा इंटरनेशनल एजुकेशन संस्था जिसके संस्थापक/ संचालक,हिमांशु राय, इशरत खान, उपाध्यक्ष जापानी नागरिक केको आईकावा व गुरु कपिल अद्वैत उर्फ पायलट बाबा पुत्र श्री चंद्रमा सिंह जोकि मूल निवासी ग्राम सासाराम बिहार जो बाद में पंचवटी अपार्टमेंट, विकासपुरा, नई दिल्ली सहित उनके सहयोगी इरफान खान, विजय यादव, पीसी भंडारी व मंगल गिरि ने मिलकर उनके साथ धोखाधड़ी की है इन लोगोंं ने उन्हें धोखे से 67,760 rs जमा कराए और कहा कि उक्त रकम से वह कम्प्यूटर सेंटर खोल सकेंगे यही नही इसके संचालन हेतु 50,500 रुपये प्रतिमाह की दर से दिया जाएगा , इस तरह डॉ पाल ने कहा कि उनसे कुल तीन लाख 20 हजार 760 रुपये हड़प लिए गए, और रुपये मांगने पर वे जान से मारने की धमकी देते थे। इसके अलावा इनके द्वारा हल्द्वानी के नवाब हुसैन उर्फ बॉबी राज एवं अर्जुनपुर हल्द्वानी के अनुराग माजिला, हीरानगर निवासी तबस्सुम अशरफ उनके द्वारा धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं उन्होंनेे बताया कि कुुुल 11 हजार लोगोंं के साथ धोखाधड़ी हुुुई ,
अधिवक्ता सुशील कुमार शर्मा ने बताया कि मामले में सीबीसीआईडी ने जांच की थी और जांच पूरी कर के बाद 15 जून 2010 को आरोप पत्र न्यायालय में दाख़िल किया गया था, तब से सभी सातों लोगों को सीजेएम कोर्ट से सम्मन के वावजूद उक्त अपने पतों पर नहीं मिल रहे थे,6 आरोपी अभी भी फरार हैं ।
कभी नामी आध्यत्मिक गुरु के लिए यह घोर परीक्षा का समय है हाल के वर्षों में जिस प्रकार बड़े बड़े बाबा / गुरु अपने कारनामों से सलाखों के पीछे हैं इस बात को जाहिर करता है कि जो दिखता है वह सही नही है और न ही जो बिकता है वह सही है बाजार हो चली धर्म की इन कंदराओं के पीछे का सच वाकई दुखदाई है । विश्वास के ऊपर टिकी इस धार्मिक व्यवस्था पर विश्वास करे भी तो कैसे ?
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