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मीडिया को आलोचना का हक,आलोचना से सरकार की समझ बढ़ती है,सूचना प्रसारण मंत्री:आगे क्या कहा पूरा पढ़िए@हिलवार्ता
सूचना एवं प्रसारण,पर्यावरण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर मलयालय मनोरमा द्वारा आयोजित न्यूज कॉन्क्लेव में प्रमुख वक्तव्य देते हुए कहा है कि सरकार मीडिया की स्वतंत्रता के प्रति प्रतिबद्ध है.उन्होंने माना कि मीडिया लोकतन्त्र की बुनियाद है लेकिन कहा कि एक लोकतांत्रिक समाज मे आजादी को उत्तरदायित्व के साथ जुड़ा हुआ होना चाहिए,उत्तरदायित्व के साथ जुड़ी आजादी नियम से बंधी आजादी नहीं होती, वह अपने तरीके से खुद को नियमों में ढालती है.
एक प्रश्न के उत्तर में मंत्री ने कहा कि सरकार हर तरह की आलोचना का स्वागत करती है क्योंकि आलोचना से शासन को समझ मिलती है जावड़ेकर ने कहा कि हम स्वतंत्र संस्थाओं पर विश्वास करते हैं क्योंकि स्वतंत्र संस्थाएं ही लोकतंत्र की ताकत हैं कश्मीर मामले में मीडिया की आजादी का उल्लेख करते हुए मंत्री ने कहा कि हालांकि वहां उचित प्रतिबंधों का दौर रहा है लेकिन ज्यादातर प्रतिबंधों को धीरे धीरे हटाया जा रहा है उन्होंने कश्मीर की स्थिति जल्द सामान्य होने की बात कही है.
हालिया भीड़ द्वारा हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर बोलते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि भीड़ हिंसा की घटनाएं देश में सोशल मीडिया में फैलाई जा रही अफवाहों के कारण हो रही है,यह सोशल मीडिया में स्व-नियामक व्यवस्था या प्राधिकार के अभाव में होता है.जिस पर नियंत्रण के लिए सामूहिक प्रयास करने होंगे.
केंद्रीय मंत्री का बयान ऐसे समय पर आया है जब सोशल मीडिया में छोटी छोटी टिप्पणियों पर सरकार ने दंडात्मक रुख अपना लिया.कई जगह सरकारों और अधिकारियों ने अपनी आलोचना पर आम लोगों पर कार्यवाही की है.देखना होगा सूचना मंत्री के बयान का आम लोग और सरकारें किस कदर अनुसरण कर पाते हैं.
हिलवार्ता न्यूज डेस्क
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