राष्ट्रीय
मुखानी हल्द्वानी में दुबारा शुरू हुआ अतिक्रमण हटाने का काम,पूरा शहर है अतिक्रमण की जद में ।
हाईकोर्ट नैनीताल के आदेश पर हल्द्वानी के व्यस्ततम चौराहे के आसपास अतिक्रमण पर हथौड़ा आज दुबारा चला है सुबह से ही लोकनिर्माण विभाग और प्रशासन की टीम चिन्हित अतिक्रमणों को गिरा रहे हैं,लोकसभा चुनावों में सरकारी अमले की व्यस्तता के चलते कुछ समय से कार्यवाही पर विराम लगा था ।
कहते हैं ना अति की इति होती है अतिक्रमण की जद में आये भवन स्वामियों ने सड़क से निर्माण की तय उचित दूरी अगर पहले से ही रखी होती तो आज इस नुकसान से बचा जा सकता था । जितनी गलती अतिक्रमण करने वालों की है ही उतना ही दोषी तब प्रशासन और लोकनिर्माण विभाग भी है, सड़क पर अतिक्रमण होने के दौरान उसने अगर लोगो को रोक लिया होता तो इस कार्यवाही से विभाग और जनता दोनो इस नुकसान से बच सकते थे
हल्द्वानी की रामपुर रोड बरेली रोड,नवाबी रोड,नहर कवरिंग के बाद बनी सड़क पर दोनो ओर स्थानीय प्रशासन की नाक तले अतिक्रमण हुआ है जिसे रोकने का एक भी वाकया लोगों की संज्ञान में नहीं हैं । सबसे ज्यादा अतिक्रमण कालाढूंगी रोड पर है कालाढुंगी चौराहे से कमलुवागंजा मोड़ तक सैकड़ों जगह सड़क पर अतिक्रमण है लोगों ने दुकानों के आगे चार से पांच फिर टीनशेड , कच्चा निर्माण कर सड़क घेर ली है ।
स्थानीय लोग कहते हैं प्रशासन से शिकायत के बाद भी इस सड़क को कभी ही अतिक्रमण से मुक्ति के लिए कोई अधिकारी कर्मचारी आया हो हल्द्वानी की किसी भी सड़क में पैदल चलने की जगह नहीं है बाजार छेत्र में फड़ ठेले पैदल चलने वालों के लिए मुसीबत बने हुए हैं,जगह जगह फल ठेले सड़क गलियों को औऱ तंग करते ही है, आये दिन दुर्घटनाएं आम बात है इसकी बजह पार्किंग का ना होना और ठेले फड़ हैं । बहुत बड़ी आबादी किसी तरह की यातायात सुविधा के अभाव में टेम्पो पर निर्भर है पिछले कुछ सालों में ही हल्द्वानी में 20000 छोटे मोटे वाहन जिसमे ज्यादा टेम्पो बढ़े हैं सड़क पर जाम लगना आम बात है ।
हाईकोर्ट के निर्देश के बाद मुखानी चौराहा अगर चौड़ा हो भी जाय इससे शहर की व्यवस्था सुधर जाएगी यह कहना तर्कसंगत नहीं है प्रशासन को यातयात के लिए वैकल्पिक तरीके ढूढने होंगे,लोगों का कहना है कि सिटी बस चलाना थोड़ा बहुत सुधार कर सकती है,टेम्पो को बाहरी इलाकों के लिए उपयोग में लिया जा सकता है,सरकार को जल्दी रिंग रोड की परिकल्पना को साकार करना होगा वरना आने वाले दिनों में हल्द्वानी जाम और अव्यवस्थाओं का पर्याय न बन जाए ।
Hillvarta news desk