राष्ट्रीय
बाजार में बिक रहा बोतलबंद पानी गुणवत्ताहीन, एजेंसी की रिपोर्ट में बाजार में बिक रहे 93% पानी के सेम्पल फेल आइये जानते हैं पूरा मामला.
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शादी व्याह सहित अन्य अवसरों पर बोतलबंद पानी स्टेटस सिंबल बन गया है पिछले एक दशक में ही बोतलबंद पानी ने बड़ा मार्किट बना लिया है बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों के ब्रांड अरबों डॉलर का कारोबार कर रहे हैं एजंसी की खबर के अनुसार बाजार में बिक रहा पानी आपके स्वास्थ्य के लिए मुफीद नहीं है.
यह खतरनाक पानी केवल भारत मे बिक रहा है ऐसा नहीं है 9 देशों के बड़े ब्रांड के पानी की गुणवत्ता में गड़बड़ी पाई गई है न्यूयार्क की स्टेट यूनिवर्सिटी के रिसर्चरों ने इन ब्रांड्स के 27 लाट में से कुल 259 बोतलबंद पानी का टेस्ट किया,दिल्ली मुंबई चेन्नई से भी इन ब्रांड्स के सेम्पल लिए गए हैं अमेरिका चीन ब्राजील इंडोनेशिया थाईलैंड मेक्सिको लेबनान केन्या भारत सहित 9 देशों से पानी की जांच की गई है यह बड़ी चौकाने वाली रिपोर्ट है जिसमे दावा किया गया है कि एक लीटर पानी की बोतल में 10.4 माइक्रोप्लास्टिक पार्टिकल पाए गए हैं.
प्लास्टिक पार्टिकल में पोलिएथिलीन,पोलीप्रोपिलीन ,टेपथलेट और नाइलोन के कण मिले हैं जो शरीर के लिए खतरनाक अवयव हैं , भारत में 10 करोड़ गरीब लोग शुद्ध पानी से वंचित है समर्थ आबादी बोतल बंद पानी को सुरक्षित समझ रही है आज की इस रिपोर्ट ने बोतलबंद पानी के बारे में उठ रहे सवालों को जायज ठहराया है भारत मे इन बड़े ब्रांड्स के अलावा 100 से अधिक लोकल ब्रांड्स भी है जिनकी जांच जरूरी हो जाती है.
बहरहाल इसकी गुंजाइस नहीं के बराबर है एक बात ध्यान देने की है भारत मे सरकारी आंकड़ों के अनुसार 10 करोड़ शुद्ध पानी से वंचित हैं इस आंकड़े में बदलाव करना होगा,बोतलबंद पानी पीने वाली आबादी को भी इसमें शामिल करना होगा, भारत मे बिक रहे 90% बड़े ब्रांड इस जांच में स्वास्थ्य के लिए निर्धारित मानकों में फेल हुए हैं,चाहे वह इस विश्वास से पानी पी रही है कि उनकी प्यास शुद्ध निर्मल जल से बुझ रही है .
हिलवार्ता हेल्थ न्यूज़
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