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चम्पावत भाजपा का रोड शो, लोकसभा चुनाव रैली में इकट्ठे दिखे सभी गुट, जनता मौन, आइये जानें क्यों
अलमोड़ा पिथौरागढ़ लोकसभा सीट पर चुनाव प्रचार का अंतिम दिन दोपहर के बारह बजे का वक्त जिला मुख्यालय चम्पावत में भाजपा का रोड शो सम्पन्न हुआ, कार्यकर्ता उत्साहित से भरे दिखते है निकाय चुनाव से इतर गुटबाजी में बटी भाजपा के लिए यह सकूंन की बात है कि उसके स्थानीय नेता रैली में एक साथ नजर आए ।
दरअसल पांच माह पूर्व हुए निकाय चुनाव में जिले की चारों निकायों की सीटों पर भाजपा की करारी हार हुई है,चंपावत में कांग्रेस तो लोहाघाट, टनकपुर और बनबसा में निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है । निकाय चुनाव में भाजपा की हार का कारण गुटबाजी माना गया। भाजपा जिलाध्यक्ष ने भीतराघातियों के नाम हाई कमान को भेजते हुए कार्यवाई की बात कही थी। लेकिन लोकसभा चुनाव को देखते हुए मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया ।
हांलाकि इस चुनाव में भीतराघात जैसी कोई बात नहीं दिखती है लेकिन कार्यकर्ता अलग अलग गुटों में प्रचार करते हुए देखे जा रहे हैं आज सभी गुटों का रैली में शामिल होने से भाजपा के बड़े नेताओं को राहत जरूर हुई है,गुटबाजी के चलते भाजपा के सज्जन लाल वर्मा चेयरमैन का पद कांग्रेस के विजय वर्मा को थमा बैठी भाजपा तीसरे स्थान पर रही । जबकि निर्दलीय प्रकाश पांडे दूसरे स्थान पर उप विजेता रहे ।
बहरहाल चम्पावत में गुटबाजी में उलझी भाजपा को रोड शो के जरिए एकजुटता का संदेश जरूर दिया है लेकिन इसके बावजूद मतदाताओं की चुप्पी से पार्टी के नेता परेशान हैं और कोई भी कुछ कहने की स्तिथि में नही दिखता ।चुनाव जानकर मानते हैं कि दबाव में भाजपा कार्यकर्ता सड़क पर जरूर हैं लेकिन गुटबाजी पर पूर्ण विराम लग गया यह नहीं कहा जा सकता है गुटबाजी में कांग्रेस का हाल भी वैसा ही है देखने मे आया है कि दोनों दलों के गुट अंतिम रोज भी पोंलिग ऐजेंट बनने बनाने में भी अपने अपने कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता देने की बात करते देखे जा सकते हैं दरअसल चुनाव के रोज बूथ संचालन के लिए आने वाली मोटी रकम जो पार्टी की ओर से आती है उस पर भी तकरार होना आम बात है हर नेता अपने लोगों को यह फायदा मिले इसी ताक में रहता है।
इस 2019 लोसचुनाव में ग्रामीण शहरीय दोनो जगह माफियातंत्र का चुनावों में दखल साफ दिखाई दे रहा है,खनन, रेता बजरी, वन और भू माफियों के अलावा अवैध धंधों से जुडे लोग अपनी पसंद के उम्मीदवारों को बूथ मैनेजमेंट के खर्चे और अन्य तरह के आर्थिक सहयोग देने में ऊपरी पायदान पर हैं ।
दिनेश पांडेय चंपावत
@हिलवार्ता न्यूज डेस्क