Uncategorized
रुद्रवीणा और पखावज का हल्द्वानी में हुआ संगम , दो दिवसीय नाद महोत्सव में शास्त्रीय संगीत की धूम ।
- हल्द्वानी में दो दिवसीय नाद समारोह जारी है तिकोनिया ,एरोड्रम रोड पर प्राचीन शिव मंदिर में हो रहे, इस कार्यक्रम में देश के नामी कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से समा बांध दिया ,रुद्रवीणा और पखावज की मधुर धुन सुन उपस्थित श्रोता मंत्रमुग्ध ,भावविभोर हो उठे ।
- आज की संगीत संध्या में श्री मुरली गौड़ा( बेंगलुरु)जो प्रख्यात वीना वादक असित कुमार बनर्जी और पद्मश्री राज शेखर व्यास के शिष्य है उन्होंने रुद्रवीणा में राग किरवानी राग यमन में शानदार प्रस्तुति दी उनको पखावज ने संगत भोपाल से पखवाज (मृदंगम ) की शिक्षा ग्रहण कर रहे हल्द्वानी निवासी कलाकार रमेश चन्द्र जोशी ने दी, द्वय कलाकारों की प्रस्तुति उच्च स्तरीय रही ।
- पखवाज( मृदंगम) को आधुनिक तबले का जनक कहा गया है मृदंग वादक श्री रमेश जोशी ने अपनी प्रस्तुति से इसे साबित भी किया, पखवाज संग हारमोनियम की संगत रानीखेत महाविद्यालय में संगीत प्राध्यापक श्री जगमोहन परगाई ने दी, रमेश ध्रुपद संस्थान भोपाल से पखावज का प्रशिक्षण सुलोचना बृहस्पति से प्राप्त कर रहे हैं ।
- बेलारूस से पधारे कलाकार याहोर जोहालो ने बांसुरी की शानदार प्रस्तुति दी उन्होंने राग वैरागी और राग भोपाली में अपनी प्रस्तुति से साबित किया कि भारतीय शास्त्रीय संगीत के दीवाने बाहर भी हैं गेंडेचा ब्रदर के इस शिष्य ने इस बात को भी प्रमाणित किया कि कला को सीमाओं में बांधा नही जा सकता है ।कल सुश्री शर्मिष्ठा बिष्ट श्री जगमोहन परगाई और सुश्री जूली फोगेल (बेल्जियम) खयाल गायन ,सुश्री आस्था / प्रदीप ध्रुपद गायन हिमांशु जोशी तबले पर प्रस्तुतियां देंगे ।
- समारोह में राकेश त्रिपाठी , प्रदीप चोपड़ा , जगमोहन परगाई पंकज आर्य , ओपी पांडेय , हिमांशु जोशी ,मोहन जोशी, सचिन गुप्ता ,श्रीमती आशा हरबोला ,निधि जोशी सहित सैकड़ों संगीत प्रेमियों ने भागीदारी की ।
Hillvarta music desk