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कोरोना सेफ्टी.मंडी समिति हल्द्वानी का प्लान, 30 ट्रकों से सब्जी आएगी आपके इलाके में,मंडी न आएं पास से ही खरीदने की अपील,पर्याप्त है स्टॉक. अध्यक्ष ने और क्या कहा पढ़ते हैं@हिलवार्ता न्यूज
हल्द्वानी में मंडी में फुटकर व्यापारियों के प्रवेश पर प्रतिबंध जारी रहेगा शब्जी फल मंडी की गाड़ियों द्वारा शहर के सभी क्षेत्रो सप्लाई कराई जाएगी। यह जानकारी हिलवार्ता को मंडी समिति हल्द्वानी के अध्यक्ष मनोज साह द्वारा दी गई है । हल्द्वानी में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिनग हेतु यह निर्णय लिया जा रहा है । हल्द्वानी में हजारों शब्जी क्रेता प्रातः शब्जी की खरीद के लिए मंडी परिसर में ख़रीद दारी के लिए जाते हैं जिसकी वजह से वहां भीड़ भाड़ को रोकने के मकसद से अध्यक्ष मनोज साह ने प्रशासन संग प्लान बनाकर यह निर्णय लिया है ।
समिति अध्यक्ष ने बताया कि मंडी के व्यवसायियों सहित जिले के आला अधिकारी इस बैठक का हिस्सा थे और यह निर्णय लिया गया कि कल से मंडी से 30 गाड़ियों के पास जारी किए जाएंगे जो शहर के प्रत्येक इलाके में जाकर स्थानीय शब्जी फल विक्रेताओं को सप्लाई देंगे ।बैठक में फुटकर क्रेता ,विक्रेताओं से मंडी नही आने का अनुरोध करते हुए उचित दामों में शब्जी बेचने का निवेदन किया गया है ।बैठक में एडीएम कैलाश टोलिया,एस पी सिटी अमित श्रीवास्तव, सीओ शान्तनु परासर,एसडीम विवेक राय जिला पूर्ति अधिकारी मनोज बर्मन सहित स्थानीय आढ़ती मौजूद रहे ।
मंडी समिति अध्यक्ष ने कहा है कि मंडी में आलू प्याज का पर्याप्त भंडारण है साथ ही किसी भी वस्तु की सप्लाई में कोई कमी नही रहे इसके लगातार प्रयास जारी है पर्वतीय इलाकों मे सप्लाई औऱ खरीद की पूरी व्यवस्था बनाई गई है
उत्तराखंड ने बढ़ते कोरोना केसों को देखते हुए एहतियातन मंडी में विगत रविवार को फुटकर खरीददारी पर रोक लगाई गई थी वावजूद इसके सोमवार और आज मंडी से शब्जी के ठेलों को छोड़ दुकानों तक सप्लाई सुचारू रखी गई थी । इसी क्रम में आज की बैठक बाद सप्लाई का स्वरूप बढ़ाकर बड़ा किया जा रहा है जिससे कि लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो । अध्यक्ष ने कहा कि अगर राशन विक्रेता आलू प्याज और अन्य खराब न होने वाली शब्जियो का भंडारण चाहते हैं तो उन्हें शब्जी दे दी जाएगी और लोग आवश्यक सामन के साथ दैनिक शब्जी भी खरीदकर भीड़ कम कर सकते हैं । बताते चलें कि हलद्वानी में फल सब्जी के 350 के करीब रजिस्टर्ड व्यापारी हैं जबकि हजार से बारह सौ के आसपास ठेले हैं । ठेलों पर लग रही भीड़ की वजह यह निर्णय लिया गया है ।
हिलवार्ता न्यूज डेस्क
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