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उत्तराखंड:मुनस्यारी से लेकर पुरोला तक बर्फ ही बर्फ,पर्यावरण और फसलों के लिए शुभ संकेत,पूरी जानकारी@हिलवार्ता न्यूज
उत्तराखंड में कल रात से ही बारिश हो रही है जिसके चलते कुमायूँ में पर्वतीय जिलों अलमोड़ा पिथौरागढ़ चंपावत बागेश्वर के अधिकतर इलाकों में भारी बर्फबारी हुई है।यहां आज सुबह से ही बर्फ गिरना शुरू हो गई,अलमोड़ा जिले के शहर फाटक,लमगड़ा,चायखान, पिथौरागढ़ के धारचूला ,मुनस्यारी,कमेड़ी देवी,कपकोट भराड़ी शामा,सहित उच्च हिमालयी क्षेत्र,चंपावत के देवीधुरा,केदार,लोहाघाट,पाटी ब्लॉक में भारी वर्फबारी हुई है नैनीताल जिले के मुख्यालय मुक्तेश्वर रामगढ़ पहाड़पानी,में जमकर वर्फ़ गिरने के चलते धनाचूली शहर फाटक देवीधुरा मार्ग बंद हो गया है ।
गढ़वाल के उच्च हिमालयी क्षेत्रों सहित उत्तरकाशी और चमोली के ऊँचाई वाले इलाकों में बर्फवारी हुई है लगातार बारिस से, त्यूणी,चकराता सहित पुरोला की ऊंचाइयों तक वर्फवारी की उम्मीद है वहीं उखीमठ,गैरसैण,लैंसडौन, चंबा, में वर्फवारी के समाचार मिल रहे है ।उत्तरकाशी,पौड़ी,चमोली जिले की ऊंची पहाड़ियों पर वर्फबारी होने को है। इस वर्ष का कुमायूँ के निचले इलाकों में हुआ यह पहला हिमपात है जिसे फल बागवानी के लिए अच्छा बताया जा रहा है ,मौसम चक्र में हो रहे परिवर्तन के कारण पर्वतीय क्षेत्रों में इस बार लंबे समय बाद दिसम्बर माह में वर्फवारी हुई है जिसे काश्तकारों के हित मे माना जाता है । इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च के डायरेक्टर जनरल त्रिलोचन महापात्र ने बताया कि यह बारिश सही समय पर हुई है. इससे गेहूं, चना, सरसों और रबी की अन्य फसलों को लाभ होगा.
हिलवार्ता न्यूज डेस्क