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जनकवि बल्ली सिंह चीमा को साहित्य शिरोमणि सम्मान मिलेगा. पूरी खबर@हिलवार्ता
प्रख्यात जनकवि बल्ली सिंह चीमा को पंजाब सरकार ने साहित्य शिरोमणि पुरुष्कार देने की घोषणा की है । इससे पहले बल्ली सिंह चीमा को 2004 में देवभूमि रत्न सम्मान 2005 में कुमायूं गौरव, 2006 में पर्वतीय शिरोमणि सम्मान, कविता कोश सम्मान सहित केंद्रीय हिंदी संस्थान ने गंगाशरण सिंह पुरुष्कार से नवाजे जा चुके हैं । 2 सितंबर 1952 में पंजाब के चीमखुर्द गांव में जन्मे बल्ली भाई के जनगीतों को बड़े आंदोलनों में बड़ी शिद्दत से गाया जाता है ।बल्ली सिंह चीमा की कविता संग्रह,खामोशी के खिलाफ,जमीन से उठती आवाज ,तय करो किस ओर हो तुम काफी लोकप्रिय हैं गजलों गीतों में बल्ली भाई की लेखनी में दबे कुचले तबके की आवाज होती है उनकी गजलों में साम्राज्यवाद के और पूजी वादी व्यवस्था की खामियों को उजागर करने की शक्ति है उनके शब्दों की मरक्षमता के कई कायल हैं ।
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बल्ली भाई की ले मशालें चल पड़े हैं लोग मेरे गांव के अब अंधेरा जीत लेंगे लोग मेरे गांव के सर्वाधिक लोकप्रिय जनगीत है । बल्ली भाई उधमसिंह नगर जिले के बाजपुर में रहते हैं 68 वर्षीय जनकवि आज भी अपने लेखन और जनसरोकारी जज्बे को कायम रख तमाम आंदोलनों की धार बने हुए हैं । हिलवार्ता की तरफ से बल्ली सिंह चीमा को बहुत बहुत बधाइयां
हिलवार्ता न्यूज डेस्क
की रिपोर्ट
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