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उत्तराखंड में कोरोनाcovid 19 के चलते बड़ी संख्या में अप्रवासी वापस आ रहे है राहत की खबर कि कोई संक्रमित नहीं.पढ़िए @हिलवार्ता
देश मे 22 राज्यों के 80 से ज्यादा शहर कोरोना कोविड19 वायरस के संक्रमण रोकने के लिए लाकडाउन कर दिया गया है । राज्य सरकारें जिला प्रशासन के माध्यम से अडवाइजरी जारी कर इससे निपटने में लगी हैं । 22 मार्च को घोषित जनता कर्फ्यू सफल रहा लेकिन शाम होते होते जिस तरह लोगों ने प्रधानमंत्री की घोषणा जोकि कोरोना से बचावकर्मियों की हौसलाफजाई के लिए थी का दुरुपयोग कर सड़कों पर बैंड बाजे से जलूस निकाल लिए । के कारण वायरस फैलने से रोकने की कवायद पर सोशलमीडिया में जबरदस्त प्रतिक्रिया हुई है । कुछ लोगों ने इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश की तो कुछ ने इसे गैरवाजिब और संक्रमण फैलने की कवायद बताया है ।
आज 23 मार्च को कई जगह सुबह से ही लोग आवश्यक वस्तुओं की खरीद के लिए निकल पड़े जबकि कई जगह प्रशासन ने 5 लोगों से ज्यादा इकट्ठा न होने की हिदायत दी है ।
उत्तराखंड सरकार ने 31 मार्च तक प्रदेश में लाकडाउन की घोषणा की है आज नैनीताल जिले में मेडिकल सेवाएं और जरूरी सेवाएं 2 बजे तक जारी रही । इधर पर्वतीय क्षेत्र के लोगों का बाहर से अपने घरों की तरफ आना जारी रहा इधर यात्रियों की प्रारंभिक जांच के बाद हल्द्वानी से पर्वतीय मार्गों के लिए 20 बसों की व्यवस्था की गई थी इन बसों से सैकड़ों यात्रियों को द्वारा उनके गंतब्य को भेजा गया है ।
उत्तराखंड के अधिकतर लोग नॉकरी पेशा है कोरोना के कहर से बचने और लंबे समय के लिए विभिन्न सरकारों द्वारा लाकडाउन की घोषणा के बाद लोग घर वापसी कर रहे हैं । लेकिन जिस तरह बस अड्डों पर अफ़रातफ़री है प्रशासन को उसे सम्हलना बड़ी टेडी खीर है । दरसल यह पता करना आसान नहीं है कि इनमें से कौन यात्री कोरोना से संक्रमित है क्योंकि उपलब्ध संशाधनों में अभी बुखार या जुकाम जैसे लक्षण ही इसके होने न होने के लिए देखे जा रहे हैं । कभी कभी इस संक्रमण में बुखार जुकाम एक हप्ते बाद भी आ सकता है अतः यह जरूरी है कि बाहर से आ रहे इन यात्रियों को कमसेकम एक हप्ता निगरानी में रखना होगा । आवश्यक दिशा निर्देशों का पालन प्रसाशन की तरफ से उपलब्ध कराया जा रहा है ।
उधर गढ़वाल मंडल में भी बाहर से लोगों का आना जारी है । सीओ नरेंद्रनगर श्री प्रमोद साह ने बताया कि 22 तारीख की रात से ही लोगों का आना जारी है पुलिस प्रशासन द्वारा उन्हें मदद पहुचाई जा रही है उन्होंने कहा कि देवप्रयाग मार्ग बंद होने के बाद टिहरी, पौड़ी की अलकनंदा घाटी ,रुद्रप्रयाग और जनपद चमोली में प्रवेश का एकमात्र प्रवेश द्वार हो गया है .
जहां पहाड़ को जाने वाले वाहनों के नंबर सवारियों की संख्या लिखे जाने के साथ ही सवारियों का प्राथमिक स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है .आज प्रातः से 280 छोटे-बड़े वाहन में 980 यात्री पर्वतीय क्षेत्र के लिए रवाना हुए हैं जिनमें सभी का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया 450 यात्रियों का गहराई से परीक्षण किया गया जिसमें मात्र एक व्यक्ति को 100 डिग्री बुखार पाया गया पूछताछ करने पर वह उपचाराधीन थे . उपचार के पत्र देखकर ही उन्हें रवाना किया गया .
सीओ ने अपील कर कहा है कि राज्य के लोग अपने घरों की तरफ स्वस्थ हालात में आ रहे हैं इसके बावजूद उनकी निगरानी रखी जायेगी लेकिन इस बात का ध्यान देना आवश्यक है कि उनकी सहायता हो और वह ठीक ठाक घर पहुचें उन्होंने किसी भी तरह की अफवाह भी नहीं फैलाने की अपील कर कहा है कि पुलिस प्रशासन नागरिकों को सहयोग के लिए तत्पर है
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इधर आज हल्द्वानी में सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह ने शहर का भृमण कर हालात का जायजा लिया । आज लोगों ने बाजार क्षेत्र में ज्यादा आवाजाही की जिसकी अलग अलग प्रतिक्रियाएं मिली है कल से थोड़ा सख्ती की जा सकती है । हिलवार्ता न्यूज की तरफ से आप सुधीजनों से अनुरोध है कि संक्रमण रोकने की गाइडलाइंस का आप सभी अनुसरण करेंगे जिससे कि जल्द इस आपदा से निपटा जा सके ।
हिलवार्ता न्यूज डेस्क