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राज्य बनाम केंद्र की लड़ाई में जांच एजेंसियां
राजनीती का चिर परिचित होता जा रहा नमूना एक बार फिर पश्चिम बंगाल में दिखाई दिया है ,शारदा चिटफंड घोटाले में राज्य के पुलिस कमिश्नर से पूछताछ के लिए जब केंद्रीय जांच एजेंसी कोलकाता पहुँची यहीं से पटकथा की शुरुवात हुई । वर्ष 2014 में 3000 करोड़ रुपये का यह घोटाला सुप्रीम कोर्ट तक जाने के बाद जांच के दायरे में है । एसआई टी इसकी जांच कर रही है । और कथित तौर पर सीबीआई इसी एसआईटी के प्रमुख कमिश्नर राजीव से पूछताछ के लिए कोलकाता पहुँची थी ।
सीबीआई के राज्य में पहुचते ही हाईवोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया,राज्य सरकार ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि वह पहले से चल रही जांच में दखल सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए दे रहा है जबकि उक्त घोटाले की जांच के लिए उनकी सरकार अपनी एजेंसी से ही उचित जांच करवाएं जाने को कटिबद्ध है उनका कहना है कि सीबीआई की जांच राज्य की अनुमति के बिना नहीं हो सकती है और विना सरकार की अनुमति उनके राज्य में जांच एजेंसी कैसे हस्तक्षेप कर सकती है जबकि केंद्र सुप्रीम कोर्ट का हवाला देकर सीबीआई की कार्यवाही को जायज मानता है ,राज्य सरकार की मुखिया ममता बनर्जी ने केंद्र पर राजनीती का आरोप ही नहीं लगाया इस मुद्दे पर राजनीतिक धुर्वीकरण की कोशिश भी शुरू कर दी है ।
चूंकि केंद्रीय जांच एजेंसियों पर लंबे समय से आरोप लग रहे हैं कि उसका उपयोग समय समय पर अपने प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों पर बदले की भावना से किया जाता रहा है इसलिए लोकसभा चुनाव को मद्देनजर इस कार्यवाही को राजनीति से प्रेरित बताकर जबरदस्त आक्रोश व्यक्त किया गया है ।
राजनीति में आरोप प्रत्यारोप आम बात है पिछले कुछ समय से अपने अपने स्तर पर राजनीतिक हस्तक्षेप की घटनाएं काफी बड़ी हैं जानकर मानते हैं कि जांच एजेंसियों का राजनीतिक इस्तेमाल किसी ना किसी रूप में होता रहा है जिसमे केंद्र ही नही राज्य सरकारों पर भी आरोप लगते रहे हैं ।
ममता का सीबीआई अफसरों को अपनी एजेंसियों के मार्फत जांच से रोका ही नहीं गया बल्कि कई अफसरों को बंधक बनाया जाना , तत्पश्चात केंद्रीय बलों का दूसरे राज्य में हस्तक्षेप राजनीति की असलियत से रूबरू करा रहा है ।
जानकर सूत्र बताते हैं कि लोकसभा चुनाव की तैयारी से ठीक पहले हुई इस कार्यवाही से जहां विपक्ष को एकजुट हो रहा है वहीं मोदी सरकार को लगता है इस मुद्दे के बहाने समूचे विपक्ष पर भ्रस्टाचार में संलिप्त बता राजनीतिक बढ़त लेने की कोशिश की जा सकती है ।
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Report @News desk 13 /hill varta.3.2.19