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उत्तराखंड विद्युत विभाग के सड़कों, भवनों के पास लगे ट्रांसफार्मर बने खतरा, मुखानी में हुआ हादसा जानिए @हिलवार्ता
उत्तराखंड विद्युत विभाग की लापरवाही से बरसात में मुसीबत आती ही रहती है हल्द्वानी में पोलों में करंट की शिकायत के बाद भी विभाग जागा नहीं है दो दिन पहले ही मुखानी में पोलों में करंट की शिकायत बाद एक हादसा हुआ है हादसे का शिकार मानव नही हुआ लेकिन एक निरीह प्राणी झुलस गया,अभी हाल ही कोटाबाग की एक लड़की पोल के नजदीक आने की वजह अपनी जान गवां बैठी इस तरह के हादसे रोकना विभाग की प्राथमिक में नहीं है यही कारण है कि लोगों के घरों के बाहर ही ट्रांसफार्मर खतरा बने हुए है
मुखानी चौराहे पर झुलसा लंगूर
>आज अभी मुखानी चौराहे के पास में स्थित ट्रांसफार्मर की चपेट में एक निरीह लंगूर आ गया है. बांस के डंडों के सहारे प्लास्टर का काम चल रहे भवन के पास यह हादसा हुआ है
ट्रांसफार्मर से करंट के चलते लगूर का आधा शरीर से झुलस गया है लोगों की भीड़ जमा होने की वजह घायल लंगूर अभी भी वहीं फसा हुआ है हिलवार्ता को जानकारी मिलने के बाद वन विभाग को रेस्कयू के लिए अवगत करा दिया है डीएफओ आर के सिंह ने कहा है कि विद्युत विभाग से लाइन बन्द करवाकर वह रेस्कयू टीम भेजकर लंगूर को बचाने टीम भेज रहे हैं.
पोल पर करंट रोकने का जुगाड़ करता विभागीय कर्मचारी
हिलवार्ता को जानकारी मिली है कि शहर में बिगत दिवस कई पोलों पर करंट की शिकायत के बाद विभाग ने कर्मचारियों को भेज पोलों पर प्लास्टिक लपेट दिया है जिसकी तस्वीर संलग्न है विभाग कितना गैरजिम्मेदार है इससे साबित होता है लगभग दो दर्जन पोलो पर करंट की शिकायत के बाद यह ट्रीटमेंट कितना कारगर है विभाग ही समझता होगा लेकिन आम लोगों को विभाग के इस ट्रीटमेंट पर भरोसा नहीं है.
सवाल विद्युत विभाग पर बनाता है कि जिस स्थान पर यह हादसा हुआ है क्या वहां लगा ट्रांसफार्मर सही जगह है अगर ट्रांसफार्मर सही जगह नही है तो इसे भीड़ भाड़ वाले चौराहे से हटना चाहिए था,एक सवाल और कि लोग कैसे विभाग के ट्रांसफार्मर के इतने नजदीक डण्डे खड़े कर निर्माण कर ले रहे हैं आखिर आबादी के बीच लगे इन ट्रांसफार्मरों के होने के, निर्माण से होने वाले खतरे मसलन प्लास्टर का गीला गारा गिरने की कोई गारंटी है शायद कोई नियम कानून नहीं है चिंताजनक है शहर में कई जगह सड़कों पर लगे ट्रांसफार्मर आम लोगों पशु पक्षियों के लिए खतरा बने रहेंगे.
सूचना मिली है कि विद्युत विभाग की लाइन टीम ने लंगूर को रेस्क्यू कर लिया है लेकिन खतरा बने पोल और ट्रांसफार्मरों को सुरक्षित बनाने का काम विभाग को तत्परता से करना होगा।
हिलवार्ता न्यूज डेस्क
@hillvarta.com