स्वास्थ्य
World tuberculosis day 24 march special: विश्व मे ( Tuberculosis) टीबी चौथी जानलेवा बीमारी,1912 में स्थापित भवाली सेनिटोरियम को बचाने की मांग,खबर @हिलवार्ता
आज विश्व भर में टीवी डे में यह संकल्प लिया जा रहा है कि किसी भी तरह इस बीमारी से बड़ी आबादी को बचाया जाए लेकिन Nainital से 12 किमी दूर स्थित भवाली सेनिटोरियम जिसकी स्थापना ब्रिटिशकाल में सन 1912 की हुई थी । 1990 तक यह संस्थान लाखों टीवी मरीजों को दूसरी जिंदगी देने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर चुका है । 1990 से इसके दिन धीरे धीरे खराब होने लगे । राज्य निर्माण के बाद सरकारों ने इसकी ओर पीठ कर ली । 2008 आते आते इसकी बिल्डिंग कभी आयुष विभाग को कभी निजी कंपनियों को सौंपने की कवायद होते रही । लेकिन कोविड काल मे माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के बाद मरम्मत के लिए चार करोड़ शासन से मिल गया किसी तरह अब अस्पताल टीवी अस्पताल सा लगने लगा है ।
न्यायालय के आदेश से सरकार द्वारा लगभग चार करोड़ रुपए खर्च करने के उपरांत सभी आवश्यक सुविधाएं मरीजों को उपलब्ध करा दी गई है । लेकिन अभी भी मुख्य मार्ग बेहद खराब स्थिति में है जिससे गाड़ियों तो क्या पैदल चलकर अस्पताल तक पहुंच पाना मुश्किल है
कोर्ट के आदेश के बाद तत्कालीन डीएम और कमिश्नर द्वारा अस्पताल का निरीक्षण किया गया और सब कुछ दुरुस्त होने की उम्मीद जगी ।बहुत कुछ ठीक भी हुआ लेकिन यहां पहुचना आसान करना भी एक बड़ा काम है जोकि छूट गया ।
स्थानीय जागरूक लोगों ने प्रशासन और सरकार से गुहार लगाई है कि टीवी सेनेटोरियम तक का रास्ता ठीक किया जाए । भवाली निवासी संतोष तिवारी कहते हैं कि फेफड़ों से संक्रमित व्यक्ति और तीमारदारों को बहुत कठिनाई झेलनी पड़ती है । कई बार जनप्रतिनिधियों से सड़क ठीक करने की मांग के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हैं ।
राजीव पांडे कहते हैं कि टीवी सेनिटोरियम से प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से कई परिवारों की रोजी चलती है । अव्यवस्थाओं की वजह से अस्पताल आने में लोग कतराते हैं । टीवी के लिए मुफीद इस अस्पताल में ध्यान दिए जाने की जरूरत है । तभी टीवी डे मनाए जाने के उद्देश्यों पर खरा उतरा जा सकता है ।