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उत्तराखण्ड

Special report : ऐतिहासिक नंदा राजजात की तर्ज पर मदकोट पिथौरागढ़ से गोल्ज्यू सन्देश यात्रा कल से,2200 किमी की दूरी होगी तय,पूरी खबर @हिलवार्ता

पिथौरागढ़ : अपनी धरोहर संस्था नंदा राजजात की तर्ज पर गोल्ज्यू संदेश यात्रा शुरू करने जा रही है । 25 अप्रैल कल सोमवार से गोल्ज्यू संदेश यात्रा सीमान्त जनपद पिथौरागढ़ के सीमान्त गांव बौन स्थित मदकोट के पहाड़ीधार गोल्ज्यू मंदिर से अनेक पड़ावों को पार करते हुए  नैनीताल जिले के सुप्रसिद्ध घोड़ाखाल स्थित गोल्ज्यू मंदिर में समाप्त होगी ।

यात्रा की तैयारी को लेकर विभिन्न क्षेत्रों से ताल्लुक रखने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं ने विगत 21 अप्रैल को यहां रामलीला मैदान में बैठक की । जिसमे बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया । सर्वसम्मति से निर्णय हुआ कि 25 अप्रैल को रथ यात्रा मदकोट से चलेगी 26 को पिथौरागढ़ में यात्रा का स्वागत किया जाएगा । पिथौरागढ़ पहुचने से पहले रथ मदकोट, बरम ,जौलजीबी, ओगला,कनालीछीना, सतगढ़, सलमोडा ,जाजरदेवल में जनता के दर्शन हेतु उपलब्ध रहेगा ।

आयोजन समिति ने कहा है कि रास्ते से अधिक से अधिक लोगों को यात्रा में शामिल कराया जाएगा । 26 अप्रैल को रथ के रामलीला मैदान पिथौरागढ़ पहुचने के बाद एक गोष्ठी भी आयोजित होनी है जिसमें सामाजिक आर्थिक पर्यावरण, कृषि बागवानी एवम लोक संस्कृति पर चर्चा होनी है ।

27 अप्रैल की सुबह यह यात्रा कोटगाड़ी को प्रस्थान करेगी। इधर तैयारी बैठक में जनकवि जनार्दन उप्रेती जन्नूदा, कैप्टन दीवान सिंह वल्दिया, शिवराज सिंह अधिकारी, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के सचिव नवीन चंद्र कोठारी, नवीन भट्ट, अशोक पाटनी, गिरीश पाठक, पंकज जुकरिया, आशीष पुनेठा, अमन भट्ट, दीप्ति देवेंद्र भट्ट, रूपेश बोरा, सुंदर सिंह बोनाल, अपनी धरोहर संस्था के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य जगदीश कलौनी, नवोदय पर्वतीय कला केंद्र के अध्यक्ष हेमराज सिंह बिष्ट, पंडित नीरज जोशी, प्रमोद पाटनी आदि मौजूद रहे।

कार्यक्रम का संचालन एनको संस्था के सीमांत सेवा फाउंडेशन के उपाध्यक्ष एवं गोलज्यू संदेश यात्रा आयोजन समिति के सदस्य ललित पंत ने और ‘अपनी धरोहर’ संस्था के जिला संयोजक विप्लव भट्ट ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रामलीला कमेटी के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह माहरा ने की।

इधर आज हुई बैठक में इस यात्रा को लेकर जरूरी बैठक में वक्ताओं ने कहा कि यह यात्रा राज्य के समग्र विकास में मील का पत्थर होगी ।  2200 किलोमीटर की इस यात्रा में उत्तराखंड राज्य स्थापना के दो दशकों की उपलब्धियों और खामियों पर भी एक दस्तावेज तैयार किया जाएगा।
यात्रा संयोजक और अपनी धरोहर संस्था के अध्यक्ष, पूर्व पुलिस महानिरीक्षक, अनुसूचित जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष गणेश मर्तोलिया ने पत्रकार वार्ता में यह बात कही। कहा कि श्रीगोलज्यू रथयात्रा राज्य के भीतर उन 22 पौराणिक महत्व के आध्यात्मिक स्थलों तक पहुंचेगी जहां गोलज्यू स्वयं गए थे। इस यात्रा के जरिए पूरे राज्य को एकसूत्र में पिरोने का काम तो होगा ही, राज्य निर्माण के बाद की बदलती सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक,पर्यावरणीय, लोकजीवन का भी व्यापक अध्ययन किया जाएगा। इन सब स्थितियों का समग्र दस्तावेज तैयार कर राज्य और केन्द्र सरकार को प्रस्तुत किया जाएगा ताकि लोगों के जीवनस्तर को दुरुस्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह यात्रा उत्तराखंड के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी।

अपनी धरोहर संस्था के सचिव विजय भट्ट ने कहा कि पूरे राज्य में इस यात्रा को लेकर लोगों में बहुत उत्साह है और बड़ी संख्या में लोग श्रीगोलज्यू संदेश यात्रा में भागीदारी कर रहे हैं प्रवासी उत्तराखंडी भी अपना योगदान कर रहे हैं। पिथौरागढ में सभी राजनैतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक संगठन इस यात्रा के संचालन में शामिल हैं। उत्तराखंड राज्य बनने के बाद लोगों ने क्या खोया, क्या पाया, इस पर सभी लोगों की राय इस यात्रा के दौरान ‘गोलज्यू चौपाल’ में ली जाएगी। इसके लिए एक टीम इसी यात्रा में काम कर रही है।

पत्रकार वार्ता में जिला संयोजक विप्लव भट्ट, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य जगदीश कलौनी, यात्रा संयोजक ललित पंत आदि शामिल थे।

हिलवार्ता न्यूज डेस्क 

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