उत्तराखण्ड
138 साल पुरानी श्री बद्रीनाथ आरती की पांडुलिपि मिली,कार्बन डेटिंग से हुई पुष्टि ,आइये पूरा पढ़ते हैं @हिलवार्ता न्यूज
श्री बदरीनाथ की 138 साल पुरानी आरती की पांडुलिपि मिलने का दावा किया जा रहा है जिसके साक्ष्य के रूप में आज एक कार्यक्रम में पांडुलिपि की कॉपी मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को सौपी गई .
मुख्यमंत्री आवास में शुक्रवार को श्री बदरीनाथ जी की आरती की पाण्डुलिपि लेकर पहुचें श्री धन सिंह बर्तवाल के परिजनों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की.जैसा कि युसेक निदेशक एमपीएस बिष्ट ने बताया कि पांडुलिपि की कार्बन डेटिंग कराई गई है जिसे 138 साल पुरानी माना गया है .मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र रावत ने कहा कि पाण्डुलिपि की कार्बन डेटिंग होने से यह स्पष्ट हो गया है कि श्री बदरीनाथ जी की आरती स्व. श्री धन सिंह बर्तवाल जी द्वारा लिखी गई है, उन्होंने कहा कि इससे यह बात साबित होती है कि उत्तराखंड का समाज और हमारे पूर्वज उस समय भी जागरूक थे, मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. श्री धन सिंह बर्तवाल के परिजनों ने इतनी पुरातन सम्पदा को संजोकर रखा,यह अनुकरणीय पहल है अपनी विरासत को संभाले रखना दूर दृष्टिता का परिचायक है, इस पाण्डुलिपि को संजोकर रखने की बात की ।
स्व. श्री धन सिंह बर्तवाल के परपोते श्री महेन्द्र बर्तवाल ने बताया कि उनके गांव स्युपुरी सतेरा में उनके घर में पाण्डुलिपि एक रिंगाल की कण्डी में मिली। जिसमें सन् 1881 ( 10 गते माघ सम्वत् 1938) में उनके परदादा द्वारा लिखी गई श्री बदरीनाथ जी की आरती की पाण्डुलिपि पाई गयी। इस पाण्डुलिपि में श्री बदरीनाथ जी की आरती के 11 पद हैं.
हिलवार्ता न्यूज डेस्क
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