उत्तराखण्ड
सालों तक एक सैनिक ने बॉर्डर पर सेवा की, सेवानिवृत्त के बाद पलायन नहीं किया गांव बसा, रिटायरमेंट का पैसा लगाया, आलवेदर सड़क बना रही कंपनी की वजह खतरे में मकान । सिस्टम बहरा ? देखिए जरा ।
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खतरे की जद में पूर्व सैनिक का आशियाना
● ऊपर भूस्खलन, नीचे बना तालाब
● डी एम से लगाई न्याय की गुहार
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चंपावत: सीमाओं की रक्षा करने वाले सैनिकों की बदौलत भले ही हम अमन चैन की नींद ले पाते हों,लेकिन यही सैनिक अक्सर अपनी समस्याओं के लिए सरकारी अमले के सामने मजबूर नजर आते है।आलवैदर रोड कटिंग के चलते एक पूर्व सैनिक का भवन खतरे की जद में आ गया है।अब उसने इस मसले पर डी एम से न्याय की गुहार लगाई है।
मुडियानी निवासी पूर्व सैनिक दिवान सिंह मेहरा ने जिलाधिकारी रणवीर सिंह चौहान से मुलाकात कर बताया कि आलवैदर रोड निर्माण के दौरान उसके घर के ऊपर भी पहाडी का कटान किया गया। जिससे पहाडी का मालवा गिर रहा है हांलाकि दिवार लगाई गई परंतु उसकी लंबाई कम है और उसमें दरार आ गई है।साथ ही उसकी फीलिंग भी नही करी गई। जबकि मकान के नीचे की ओर बने कलमठ में रोड कटिंग का मालवा गिरने से वह बंद हो गया है और वहां तालाब बन गया है। तालाब से भी खतरा पैदा हो रहा है। साथ ही कटिंग के दौरान उनके घर का रास्ता भी टूट गया अब रास्ता न होने से आने जाने में दिक्कत हो रही है।
पूर्व सैनिक ने बताया कि वह इस मामले में कार्य करी रही निर्माण कंपनी से कई बार कह चुके है परंतु समस्या का समाधान नही हो पा रहा है। जबकि पूर्व में एडीएम से भी गुहार लगाई गयी थी।
इधर डी एम ने पूर्व सैनिक को जांच कर जरुरी कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
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दिनेश पांडेय
वरिष्ठ पत्रकार
रास्ट्रीय दैनिक समाचार पत्रों
में सेवाएं दे चुके हैं ।
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