उत्तराखण्ड
विपिन दा की 15 वीं पुण्यतिथि आज, जुझारू नेता को प्रदेश भर में किया जा रहा याद,पूरा समाचार पढ़े@हिलवार्ता
उत्तराखंड राज्य आंदोलन सहित पहाड़ के संघर्षों में अग्रणी भूमिका में रहे श्री विपिन त्रिपाठी की आज 15वीं पुण्यतिथि है आज उनके गृहनगर द्वाराहाट में उनकी याद में गोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है.23 फरवरी 1945 में द्वाराहाट में पैदा हुए विपिन दा के संघर्षों की लंबी फेहरिस्त है.
गरीबी बदहाली से आजिज पहाड़ की स्थिति को बदलने की मंशा से विपिन दा ने छोटे छोटे स्थानीय आंदोलनों में हिस्सेदारी की. वह वर्ष 1989 में द्वाराहाट ब्लॉक प्रमुख का चुनाव जीते. विपिन दा के लिए कहा जाता है कि प्रमुख का चुनाव जीतने के बाद उन्होंने जिस तरह अपने छेत्र में काम करवाये वह किसी भी सांसद और विधायक से ज्यादा है उन्हें अपनी कार्यकुशलता और ईमानदारी के बल पर बदलाव कर सकने वाले नेता के रूप में प्रसिद्धि मिली,उत्तराखंड क्रांतिदल के अग्रणी नेताओं में शुमार बिपन दा को उक्रांद का थिंक टैंक भी कहा जाता है.
राज्य निर्माण के बाद उन्होंने द्वाराहाट विधानसभा चुनाव जीता. उक्रांद को एकजुट कर गैर भाजपा गैर कांग्रेसी गठबंधन की कवायद सहित अब तक विखर चुके उक्रांद को इकट्ठा करने की उन्होंने कोशिश जारी रखी थी कि 30अगस्त 2004 को उनको अपने घर मे चेस्ट पेन हुआ और विपिन दा इस दुनियां से दूर चले गए. उपेक्षित उत्तराखंड को जब विपिन दा की शख्त थी जो आज भी उनको जानने मानने वाले महसूस करते हैं उनमें जबरदस्त सांगठनिक क्षमता थी उनके जाने के बाद शायद ही उक्रांद की स्थिति ठीक हो पाई.
आज उक्रांद अपने चहेते नेता को प्रदेश भर में याद कर ही रहा है उनके समकक्ष अन्य राजनीतिक धाराओं के लोग भी विपिन त्रिपाठी को अलग अलग जगह याद कर रहे हैं .हिलवार्ता की ओर से विपिन दा को नमन श्रद्धांजलि ।
हिलवार्ता न्यूज डेस्क
@hillvarta. com